Khoon Kisne Kiya आज की कहानी एक खुनी पर हे शीरमो नाम का एक शहर था वहा एक बहोत बड़ी हस्ती का खून हो जाता हे उस लड़की का नाम komal patel था। कोमल का खून होने से पूरा शहर आश्चर्य में पड़ गया था सब के मन में केवल एक ही सवाल था की आखिरकार कोमल का khoon kisne kiya hain.
कोमल स्वभाव में काफी गुस्से वाली थी आये दिन वो अपने कर्मचारी को डाटती रहता थी और उनके साथ बुरा बर्ताव करती थी जिस वजह से ऑफिस में कोई भी कोमल को अच्छा नहीं समजता था। उसके वहा काम कर रहे प्रकाश और विजय तो कभी कभी उसे मारने की भी सोचते थे। एक बार कोमल ने किसी बात को ले कर विजय पर गुस्सा किया। और विजय ने ऑफिस में ही सब के सामने कोमल को मारने की धमकी दे दी। बाद में बुरे व्यव्हार के कारण विजय को ऑफिस से निकाला दिया जाता हे। विजय ऑफिस का सबसे होनहार एम्प्लोयी था उसके जाने के बाद दूसरे एम्प्लोयी के मन में कोमल ज़्यादा बुरी बन गयी थी। और एक दिन की बात हे शनिवार का दिन था। सब employee काम करके चले गये पर कोमल देर रात तक ऑफिस में ही काम करती रही। और कोमल को ऑफिस में अकेला देख के किसी ने उसको मारने का सोचा। आधी रात को जब कोमल काम कर रही थी तब कोई ऑफिस में चुपके से आता हे और उसका गला दबा के हथिया कर देता हे। दूसरे दिन सब लोग जब ऑफिस में आते हे तो देखते हे की कोमल की लाश उसी के केबिन में पड़ी थी, तुरंत ही प्रकाश पुलिस को फ़ोन कर देता हे। थोड़ी ही देर में पुलिस वहा पे आ जाती हे, पुलिस ने सब से पूछ परच की और सब ने एक ही बात बोली कोमल स्वभाव में बहोत अच्छी नहीं थी। वो आये दिन किसी ना किसी पे गुस्सा करती रहती थी। जिस वजह से हर किसी के मन में उसको मार देने का ख्याल आता था पर हमने बाद में वहा में काम करती एक लड़की बोली हमने सिर्फ ऐसा सोचा था सोचने और करने में बड़ा अंतर होता हे। किसी ने इस सोच को ही हकीकत बना दिया और komal ka khoon kar diya। और वहा काम करती प्रिया नाम की एक लड़की ने कहा यहाँ पहले विजय नाम का एक आदमी काम करता था और उसने कोमल को मार ने की धमकी भी दी थी तभी प्रकाश गुस्से में आके कहता हे की तुमने ऐसा सोचने की कोशिश भी कैसे की वो ऐसा कभी कर नहीं सकता। विजय ने कोमल को मार ने की धमकी दी थी ये बात पुलिस नकार नहीं सकती थी इस लिये विजय को गिरफ्तार कर लिया गया।
विजय और प्रकाश बहोत साल से कंपनी में साथ में ही काम करते थे इस लिए वो अच्छे दोस्त भी थे। विजय को बचा ने के लिये प्रकाश ने देश के सबसे अच्छे वकील को विजय का केस लड़ ने के लिये बुलाया advocate ka naam k.d pathak था। शहर के सबसे जाने माने lawer में उनका नाम आता था। और उनकी सबसे खास बात ये थे की k.d pathak आज तक एक भी केस नहीं हारा था। और दूसरी उनके बारे में खास बात ये थी की k.d pathak full name कोई भी नहीं जनता था। और वो भूतकाल में कौन थे उसके बारे में भी किसी को पता नहीं था। k.d pathak ने अपने नाम के पीछे बहोत बड़ी सचाई छुपाई थी और वो चाहता था की इसके बारे में किसी को भी पता ना चले। प्रकाश ने कहा मेरा दोस्त बेकसूर हे उसे बचा लीजिये। k.d pathak ने कहा में पहले विजय से कुछ बात करना चाहता हु और अगर सच में उसने komal ka khoon नहीं किया हे तो में उसकी मदद ज़रुर करूँगा। k.d pathak विजय को मिलने जाता हे और विजय को कहा की अगर तुम मुझसे सब सच कहोगे कुछ भी झूठ नहीं बोलोगे तो ही में तुम्हारी मदद कर पाऊंगा तब विजय ने कहा ठीक हे में सब सच बताऊंगा पुछये क्या पूछना चाहते हो। तब k.d ने पूछा क्या तुम कोमल से नफरत करते थे और उसे मरना चाहते थे विजय ने कहा हां में कोमल को मारना चाहता था क्युकी छोटी छोटी बात पर वो मुझे और सब को डाटती रहती थी और मेने उसे मारने की धमकी भी दी थी पर उस दिन में काफी गुस्से में था और मेरे मुँह से उसे मारने की बात मुँह से निकल गयी पर मेने उसे नहीं मारा हे। के.डी को विजय की बात पर थोड़ा विश्वास आता हे विजय का case लेने से पहले वो जानना चाहता की उस दिन आखिर हुवा क्या था और इस लिए वो komal ki office में जाता हे वहा जाके वो छानबीन करता हे और उसे कोमल की chair के पास ladki ki kurti ka tukda मिलता हे लाश के पास ये kurti ka टुकड़ा किसका हे वो सवाल k.d को सता ने लगा और उसे याद आया की ऑफिस में पूछ परच के दौरान सबसे पहले priya ने ऑफिस में police के सामने ऐसा बयान दिया था की vijay ने कोमल को मारने की धमकी दी थी k.d को प्रिया पे संदेह जाता हे। दूसरे दिन adalat में komal ka khoon के case में कारवाही चालू होती हे।
सबसे पहले k.d pathank ने प्रिया को बुलाया और कहा तो miss priya शनिवार की रात को आप कहा थी priya ने कहा में घर पर ही थी ऑफिस में उस दिन ज़्यादा काम नहीं था तो में जल्दी घर चली गयी थी। फिर k.d ने पूछा क्या उस दिन तुम कोमल से मिलने उसकी ऑफिस में गयी थी ? priya ने साफ मना कर दिया तब k.d. ने कहा तो कोमल की लाश के पास तुम्हारे kurti ka kapda कैसे पोहचा। priya ने कहा मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता पर शनिवार को जब में ऑफिस में काम कर रही थी तब सीडी से उतर ते उतर में गिर गयी थी पता नहीं कैसे मुझे ऐसा लगा की किसी ने मुझे पीछे से धक्का मारा हो। और गिरते वक्त मेरी कुर्ती का एक टुकड़ा सलिये के साथ जाके फट गया था। मुझे सच में नहीं पता की meri kurti ka tukda कोमल की ऑफिस में कैसे पोहचा। k.d ने सोचा की कोई शायद प्रिया को फ़साने का प्रयास कर रहा हे पर तब उसके पास कोई भी सबूत नहीं था। सारे इलज़ाम vijay hi khooni hai उस और इशारा कर रहे थे। k.d के पास vijay ko bachane के लिये कोई भी सबुत नहीं था इस लिये k.d ने अदालत से की मांग की ताकि वो विजय को विजय को बचाने के लिये सबूत एकठा कर सके। adalat ne k.d को ५ दिन की समय दिया ताकि वो विजय को निर्दोष साबित करने के लिए सबूत एकठा कर सके। k.d ने सबसे पहले लाश के गले के fingerprint चेक किये और उसे प्रिया के fingerprint के साथ मैच किये और पता चला की जो fingerprint कोमल के गले पे से मिले थे वो priya के नहीं थे अब सोचने की बात ये थी की सच में komal ka khoon kisne kiya था और सबसे बड़ा सवाल था की कोमल के murder में कोई priya को क्यों फ़साना चाहता था। दूसरे दिन जब k.d फिर से komal की ऑफिस में जाता हे तो वहा पहले से ही कोई था जो सबूत मिटा ने की कोशिश कर रहा था k.d ने उस आदमी को देख लिया और वो चुप चाप वहा से चला गया k.d को अदालत ने जो समय दिया था वो अब ख़तम हो चूका था अब अगर वो विजय को बचा नहीं पाता हे तो विजय का बचना मुश्किल था। k.d ne adalat में prakash को bulaya और उसे बातो में उलझने का प्रयास किया। पहले पूछा प्रकाश तुम शनिवार की रात को कहा थे तब प्रकाश बोला में उस दिन film देख ने गया था k.d ने कहा तुम जुठ बोल रहे हो उस दिन तुम फिल्म देख ने नहीं गये थे मेने cctv ki futaj देख ली हे तुम शनिवार को फिल्म देख ने गये ही नहीं थे बाद में k.d प्रकाश को गुमराह करने का प्रयास करता प्रकाश को पूछता हे अच्छा बताओ प्रिय को सीडी से धक्का तो तुमने ही मारा था ना वहा मुझे तुम्हारा रुमाल पड़ा मिला था तब प्रकाश गभरा जाता हे और उसकी परिशानी में कह दिया की हां मेने ही उसे मारा हे। और इस तरह प्रकाश ने सबके सामने अपना गुन्हा मान लिया। और बाद में k.d ने कहा वहा से कोई भी रुमाल नहीं मिला था मेने तो ऐसे ही कह दिया था।
k.d ने कहा अब बताओ तुमने कोमल के खून में विजय और प्रिया को क्यों फसाया विजय ने कहा में प्रिया से बहोत प्यार करता था पर वो विजय से प्यार करती थी इस लिये मेने दोनों को अपने रास्ते से हटा ने का सोच लिया इस लिए मेने एक प्लान बनाया जिस से विजय और प्रिया दोनों को कोमल के murder के इलज़ाम में जैल हो जाये। और जान बुज के में आपके पास केस लेके आया ताकि आप मुज पर शक ना करे। तो इस प्रकार k.d की चतुराई से komal ka khooni पकड़ा गया।
कोमल स्वभाव में काफी गुस्से वाली थी आये दिन वो अपने कर्मचारी को डाटती रहता थी और उनके साथ बुरा बर्ताव करती थी जिस वजह से ऑफिस में कोई भी कोमल को अच्छा नहीं समजता था। उसके वहा काम कर रहे प्रकाश और विजय तो कभी कभी उसे मारने की भी सोचते थे। एक बार कोमल ने किसी बात को ले कर विजय पर गुस्सा किया। और विजय ने ऑफिस में ही सब के सामने कोमल को मारने की धमकी दे दी। बाद में बुरे व्यव्हार के कारण विजय को ऑफिस से निकाला दिया जाता हे। विजय ऑफिस का सबसे होनहार एम्प्लोयी था उसके जाने के बाद दूसरे एम्प्लोयी के मन में कोमल ज़्यादा बुरी बन गयी थी। और एक दिन की बात हे शनिवार का दिन था। सब employee काम करके चले गये पर कोमल देर रात तक ऑफिस में ही काम करती रही। और कोमल को ऑफिस में अकेला देख के किसी ने उसको मारने का सोचा। आधी रात को जब कोमल काम कर रही थी तब कोई ऑफिस में चुपके से आता हे और उसका गला दबा के हथिया कर देता हे। दूसरे दिन सब लोग जब ऑफिस में आते हे तो देखते हे की कोमल की लाश उसी के केबिन में पड़ी थी, तुरंत ही प्रकाश पुलिस को फ़ोन कर देता हे। थोड़ी ही देर में पुलिस वहा पे आ जाती हे, पुलिस ने सब से पूछ परच की और सब ने एक ही बात बोली कोमल स्वभाव में बहोत अच्छी नहीं थी। वो आये दिन किसी ना किसी पे गुस्सा करती रहती थी। जिस वजह से हर किसी के मन में उसको मार देने का ख्याल आता था पर हमने बाद में वहा में काम करती एक लड़की बोली हमने सिर्फ ऐसा सोचा था सोचने और करने में बड़ा अंतर होता हे। किसी ने इस सोच को ही हकीकत बना दिया और komal ka khoon kar diya। और वहा काम करती प्रिया नाम की एक लड़की ने कहा यहाँ पहले विजय नाम का एक आदमी काम करता था और उसने कोमल को मार ने की धमकी भी दी थी तभी प्रकाश गुस्से में आके कहता हे की तुमने ऐसा सोचने की कोशिश भी कैसे की वो ऐसा कभी कर नहीं सकता। विजय ने कोमल को मार ने की धमकी दी थी ये बात पुलिस नकार नहीं सकती थी इस लिये विजय को गिरफ्तार कर लिया गया।
विजय और प्रकाश बहोत साल से कंपनी में साथ में ही काम करते थे इस लिए वो अच्छे दोस्त भी थे। विजय को बचा ने के लिये प्रकाश ने देश के सबसे अच्छे वकील को विजय का केस लड़ ने के लिये बुलाया advocate ka naam k.d pathak था। शहर के सबसे जाने माने lawer में उनका नाम आता था। और उनकी सबसे खास बात ये थे की k.d pathak आज तक एक भी केस नहीं हारा था। और दूसरी उनके बारे में खास बात ये थी की k.d pathak full name कोई भी नहीं जनता था। और वो भूतकाल में कौन थे उसके बारे में भी किसी को पता नहीं था। k.d pathak ने अपने नाम के पीछे बहोत बड़ी सचाई छुपाई थी और वो चाहता था की इसके बारे में किसी को भी पता ना चले। प्रकाश ने कहा मेरा दोस्त बेकसूर हे उसे बचा लीजिये। k.d pathak ने कहा में पहले विजय से कुछ बात करना चाहता हु और अगर सच में उसने komal ka khoon नहीं किया हे तो में उसकी मदद ज़रुर करूँगा। k.d pathak विजय को मिलने जाता हे और विजय को कहा की अगर तुम मुझसे सब सच कहोगे कुछ भी झूठ नहीं बोलोगे तो ही में तुम्हारी मदद कर पाऊंगा तब विजय ने कहा ठीक हे में सब सच बताऊंगा पुछये क्या पूछना चाहते हो। तब k.d ने पूछा क्या तुम कोमल से नफरत करते थे और उसे मरना चाहते थे विजय ने कहा हां में कोमल को मारना चाहता था क्युकी छोटी छोटी बात पर वो मुझे और सब को डाटती रहती थी और मेने उसे मारने की धमकी भी दी थी पर उस दिन में काफी गुस्से में था और मेरे मुँह से उसे मारने की बात मुँह से निकल गयी पर मेने उसे नहीं मारा हे। के.डी को विजय की बात पर थोड़ा विश्वास आता हे विजय का case लेने से पहले वो जानना चाहता की उस दिन आखिर हुवा क्या था और इस लिए वो komal ki office में जाता हे वहा जाके वो छानबीन करता हे और उसे कोमल की chair के पास ladki ki kurti ka tukda मिलता हे लाश के पास ये kurti ka टुकड़ा किसका हे वो सवाल k.d को सता ने लगा और उसे याद आया की ऑफिस में पूछ परच के दौरान सबसे पहले priya ने ऑफिस में police के सामने ऐसा बयान दिया था की vijay ने कोमल को मारने की धमकी दी थी k.d को प्रिया पे संदेह जाता हे। दूसरे दिन adalat में komal ka khoon के case में कारवाही चालू होती हे।
सबसे पहले k.d pathank ने प्रिया को बुलाया और कहा तो miss priya शनिवार की रात को आप कहा थी priya ने कहा में घर पर ही थी ऑफिस में उस दिन ज़्यादा काम नहीं था तो में जल्दी घर चली गयी थी। फिर k.d ने पूछा क्या उस दिन तुम कोमल से मिलने उसकी ऑफिस में गयी थी ? priya ने साफ मना कर दिया तब k.d. ने कहा तो कोमल की लाश के पास तुम्हारे kurti ka kapda कैसे पोहचा। priya ने कहा मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता पर शनिवार को जब में ऑफिस में काम कर रही थी तब सीडी से उतर ते उतर में गिर गयी थी पता नहीं कैसे मुझे ऐसा लगा की किसी ने मुझे पीछे से धक्का मारा हो। और गिरते वक्त मेरी कुर्ती का एक टुकड़ा सलिये के साथ जाके फट गया था। मुझे सच में नहीं पता की meri kurti ka tukda कोमल की ऑफिस में कैसे पोहचा। k.d ने सोचा की कोई शायद प्रिया को फ़साने का प्रयास कर रहा हे पर तब उसके पास कोई भी सबूत नहीं था। सारे इलज़ाम vijay hi khooni hai उस और इशारा कर रहे थे। k.d के पास vijay ko bachane के लिये कोई भी सबुत नहीं था इस लिये k.d ने अदालत से की मांग की ताकि वो विजय को विजय को बचाने के लिये सबूत एकठा कर सके। adalat ne k.d को ५ दिन की समय दिया ताकि वो विजय को निर्दोष साबित करने के लिए सबूत एकठा कर सके। k.d ने सबसे पहले लाश के गले के fingerprint चेक किये और उसे प्रिया के fingerprint के साथ मैच किये और पता चला की जो fingerprint कोमल के गले पे से मिले थे वो priya के नहीं थे अब सोचने की बात ये थी की सच में komal ka khoon kisne kiya था और सबसे बड़ा सवाल था की कोमल के murder में कोई priya को क्यों फ़साना चाहता था। दूसरे दिन जब k.d फिर से komal की ऑफिस में जाता हे तो वहा पहले से ही कोई था जो सबूत मिटा ने की कोशिश कर रहा था k.d ने उस आदमी को देख लिया और वो चुप चाप वहा से चला गया k.d को अदालत ने जो समय दिया था वो अब ख़तम हो चूका था अब अगर वो विजय को बचा नहीं पाता हे तो विजय का बचना मुश्किल था। k.d ne adalat में prakash को bulaya और उसे बातो में उलझने का प्रयास किया। पहले पूछा प्रकाश तुम शनिवार की रात को कहा थे तब प्रकाश बोला में उस दिन film देख ने गया था k.d ने कहा तुम जुठ बोल रहे हो उस दिन तुम फिल्म देख ने नहीं गये थे मेने cctv ki futaj देख ली हे तुम शनिवार को फिल्म देख ने गये ही नहीं थे बाद में k.d प्रकाश को गुमराह करने का प्रयास करता प्रकाश को पूछता हे अच्छा बताओ प्रिय को सीडी से धक्का तो तुमने ही मारा था ना वहा मुझे तुम्हारा रुमाल पड़ा मिला था तब प्रकाश गभरा जाता हे और उसकी परिशानी में कह दिया की हां मेने ही उसे मारा हे। और इस तरह प्रकाश ने सबके सामने अपना गुन्हा मान लिया। और बाद में k.d ने कहा वहा से कोई भी रुमाल नहीं मिला था मेने तो ऐसे ही कह दिया था।
k.d ने कहा अब बताओ तुमने कोमल के खून में विजय और प्रिया को क्यों फसाया विजय ने कहा में प्रिया से बहोत प्यार करता था पर वो विजय से प्यार करती थी इस लिये मेने दोनों को अपने रास्ते से हटा ने का सोच लिया इस लिए मेने एक प्लान बनाया जिस से विजय और प्रिया दोनों को कोमल के murder के इलज़ाम में जैल हो जाये। और जान बुज के में आपके पास केस लेके आया ताकि आप मुज पर शक ना करे। तो इस प्रकार k.d की चतुराई से komal ka khooni पकड़ा गया।
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