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Bhutiya hotel-भूतिया होटल

          

          यहाँ बताई गयी कहानी काल्पनिक हे इस कहानी का वास्तविकता से कोई भी संबध नहीं हे यह सिर्फ एक कल्पना हे यहाँ बताई गयी कोई भी घटना का वास्तिक जीवन के साथ किसी भी प्रकार का संबंध नहीं हे ये कहानी सिर्फ आपके मनोंरजन के लिये लिखी गयी हे। 

          विडाल नाम के शहर में नामचीन होटल थी। एक दिन विजय नाम का एक आदमी किसी कारण की वजह से होटल की छत में जा कर कूद के अपनी जान दे देता हे। विजय की जेब  पुलिस को उसका घर का पत्ता मिलता हे जब वो उस पत्ते पे जाके विजय की मोत के बारे में उसके परिवार को बताने जाते हे तो उसके परिवार वाले विजय की मोत की बात जानकर चॉक जाते हे क्युकी उनके बयान से तो विजय की मोत ५ साल पहले एक कार एक्सीडेंट में हो गयी थी। पुलिस को उनकी बात का विश्वास नहीं हुआ। अब पुलिस सोच  रही थी की अगर विजय की मोत ५ साल पहले हो चुकी हे तो हमें होटल पे जिसने आत्महतिया की हे  वो कौन हे ? पुलिस ने होटल में बहोत छान बिन की पर उन्हें कोई भी सबूत नहीं मिला। आत्महतिया करने वाले के बारे में पुलिस को कोई भी बात पता नहीं चली और वो केस थोड़े दिन में बंध  दिया। 

        विजय की इस प्रकार मोत के बाद कोई  भो होटल में आना नहीं चाहता था। और विजय की मोत के थोड़े दिन बाद होटल में  गायब  घटना सामने आने लगी। अचनाक होटल में से बहोत सारे लोग गायब  लगे पुलिस  फिर से उस होटल में आयी और छान-बिन करने लगी की आखिर इतने सारे लोग गायब  गये और वो कहा गये पुलिस ने होटल  एक एक कमरे को अच्छी तरह से चेक किया पर उन्हें किसी भी गुमशुदा व्यक्ति की जानकारी नहीं मिली। होटल वालो का  कहना था की ये लोग होटल के बहार से गायब हुवे होंगे क्युकी होटल में से किसी को किडनैप करते तो  कैमरा में ज़रूर आते पर कैमरा में ऐसा कुछ भी रेकॉर्ड  हे। पुलिस ने कहा ठीक हे हमें भी दिखाओ कैमरा का फुटेज। कैमरा के फुटेज में पुलिस को एक अनोखी बात दिखी की जो भी रात में लिफ्ट के अंदर जाता हे वो बहार नहीं निकलता। ये बात पुलिस को सताने लगी की ये लोग लिफ्ट में जाते तो दिख रहे हे पर कोई भी बहार आते वक्त क्यों दिखाई नहीं देता। अब पुलिस को शक हो गया था की जितने भी लोग गायब हुवे हे वो रात के अंधेरे में लिफ्ट से ही गायब हुवे हे और जब भी कोई लिफ्ट में जाता था तो १ मिनट के लिए होटल की सारी लाइट चली जाती थी। पुलिस ने पूरी लिफ्ट को चेक किया पर कुछ भी नहीं मिला। अब सवाल ये लिफ्ट में जाने के बाद लोग गायब कैसे हो जाते थे। पुलिस ने थोड़े होटल को बंध कर दिया। 

               २ महीने तक होटल बंध की गयी होटल के मेनेजर ने कोट में ये कहा की हमारे होटल से कोई किसी को किडनैप कर रहा हे इस बात का  भी कोई सबूत नहीं हे और किसी और के पास भी इस चीज़ का कोई सबूत नहीं हे बिना वजह मेरी होटल को २ महीने तक बंध कर दिया हे होटल के मैनेजर ने कोट से ये वादा किया की अगर अब हमारी होटल से कोई भी गायब हुवा तो उसकी पूरी ज़िम्मेदारी में लूंगा अदालत ने मैनेजर की बात से सहमत हो गये और फिर से होटल खोल ने की इजाज़त दे दी। होटल के मैनेजर ने सबसे पहले उस लिफ्ट को बंध कर दिया जहा से लोग गायब हो जाते थे। लिफ्ट के बंध होने के बाद होटल में से किसी की भी गायब होने की बात सामने नहीं आयी थी। होटल फिर से चलने लगी लोगो के दिल में से होटल का दर निकल गया। 1 साल बाद अमन नाम का एक आदमी होटल में रहने आता हे। रात को जब वो टहलने जाता हे तब वो देखता की जो लिफ्ट होटल के मैनेजर ने बंध कर दी थी वो अब चलने लगी हे। 

           अमन को लगा लिफ्ट का रिपेरिंग का काम ख़तम हो गया हे इस लिए वो लिफ्ट के ज़रिए निचे जाता हे और अचानक होटल की लाइट चली जाती हे पर लाइट आने के बाद जब अमन पंखे का बटन दबाता हे तो वो निचे की जगह ऊपर जाने लगा जब लिफ्ट १५ वे माले पर आती हे तो अमन दर जाता हे क्युकी होटल सिर्फ १४ माले की थी। अमन के गायब होते की पुलिस फिर से होटल पर आ गयी और हमेशा हमेशा के लिए उस होटल को बंध कर दिया। 

          आज तक किसी को पता नहीं चला हे की १४ माले की होटल रात को १५ माले की कैसे बन जाती हे और विजय ने होटल की छत से जान क्यों दी थी। आज उस होटल को बंध होने के ३० साल हो गये हे पर कोई भी उस होटल के नज़दीक भी नहीं जाता। बहोत सारे राज़ उस होटल के बंध होने के साथ ही ख़तम हो गये थे। पुलिस भी उस होटल के बारे में किसी से भी बात नहीं करती बस सिर्फ लोगो को वहा जाने से मना करती हे। 

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