No One Can Kill Me Part - 1 में आपने देखा की में 350 साल से में एक लड़की को ढूंढ रहा हु पर अब तक उसके बारे में मुझे कुछ भी नहीं पता है। समय अब मेरा बीत नहीं रहा था इस लिए मेने कॉलेज join करने का फैसला किया। और जब एक दिन में कॉलेज से घर जा रहा था तब किसी ने मेरे सिर पर वार किया और वो कोई और नहीं मेरा भाई विवेक था। Virat Patel – Medium
होश में आते ही मेरे भाई को देख के मेरे मन में काफी सवाल आने लगे की वो यहाँ कैसे और क्यों है। पर उन सब सवाल के जवाब मिले उससे पहले में मेरे भाई को गले लग गया क्युकी मेरे जितना प्यार उसे कोई नहीं करता था । भाई को इतने दिन के बाद देख के विवेक भी भावुक हो गया। राज ने पूछा तुमने मुझे मारा क्यों विवेक बोला आप मुझे छोड़ कर गए आपकी उस भूल के लिए। राज ने पूछा तुमने मुझे ढूंढा कैसे , विवेक ने कहा जिस तरह आप उस एक लड़की को इतने साल से ढूंढ रहे थे इसी प्रकार में भी आपको इतने साल से ढूंढ रहा था। राज को समज नहीं आ रहा था की उसे इस लड़की के बारे में कैसे पत्ता चला। राज किसी को भी उसकी आँख में देख कर कुछ भी करवा सकता था लेकिन जब कोई उसका अपना होता या उसका रिश्ता किसी के साथ खून का होता वो उनको हिप्रोटीस नहीं कर सकता था हर इंसान की कोई न कोई कमज़ोरी होती है राज की कमज़ोरी भी यही थी। विवेक भले राज से प्यार करता था पर वो उसपे भरोसा बिलकुल भी नहीं करता था बचपन से विवेक राज को धोखा दे कर उससे सब कुछ छीन लेता लेकिन फिर भी राज अपना भाई समज कर उसे हर बार माफ़ कर देता। राज को विवेक का यहाँ होने का असली मकसत जानना था, क्युकी उसे एक बात तो पता थी की विवेक सिर्फ मेरे लिए यहाँ नहीं आया है उसे कुछ और चाहिए जिसकी वजह से वो यहाँ है।
राज ने पूछा अब क्या plan है तुम्हारा तुम यहाँ सिर्फ बैठने को तो नहीं आये हो विवेक बोलै ठीक समजे भैया में यहाँ साथ रहने आया हु और आपकी मदद करने आया हु उस लड़की को ढूंढ ने में । राज को विवेक पे विश्वास नहीं हो रहा था, और वो मदद क्यों करना चाहता है वो भी पता नहीं चल रहा था। जब राज कॉलेज जाने के लिए निकलता था तो विवेक भी उस लड़की की तलाश में बहार जाता था। विवेक को कही से पता चला था की वो लड़की यही कही पर है बस उसे ढूंढ ना बाकि था। इस लिए विवेक ने अपने भाई के साथ रहने का फैसला किया। विवेक ने ये बात अपने भाई को नहीं बताई क्युकी खुद विवेक ही उस लड़की को मार ना चाहता था।
एक बार विवेक उसके भाई राज को मिलने के लिए कॉलेज पोहचा और वहा वो एक लड़की को मिला जिसका नाम पूजा था। पूजा से हाथ मिला ने के बाद विवेक को तुरंत पता चल गया ये वही लड़की है जिसकी तलाश वो इतने साल से कर रहा था। उस लड़की को मारना उतना भी आसान नहीं था। विवेक के पास उसे मारने के लिए सिर्फ 3 chance थे उसके बाद वो कभी भी उस लड़की को मार नहीं पायेगा और ये बात विवेक अच्छी तरह जानता था और वो ये भी जनता था की ये लड़की की मोत सिर्फ एक खास प्रकार के चाकू से हो सकती है जो 150 साल पहले विवेक से गलती से खो गया था जब तक उसे वो चाकू नहीं मिल जाता वो उस लड़की को नहीं मार सकता था। इस लिए विवेक ने सोचा की में इस लड़की से दोस्ती कर लेता हु और तब तक चाकू ढूढ़ता हु जिस से बाद में उसे मारना काफी आसान होगा।
राज को अभी तक कुछ भी नहीं पता था। दूसरे दिन से विवेक भी राज के साथ कॉलेज में जाने लगा विवेक को कॉलेज में देख कर राज चौक गया। और उस लड़की से दोस्ती करने का प्रयास करता रहा। राज के सामने सब कुछ हो रहा था फिर भी वो समज नहीं पा रहा था और कॉलेज में सिर्फ एक ही लड़की से बात क्यों करता रहता है ? और दूसरी और विवेक उस लड़की पूजा के ज़्यादा करीब आने का प्रयास करने लगा।
To Be Continue...
part 3 आने तक आप मेरी दूसरी कहानियाँ भी पढ़ सकते है। निचे दी गयी कहानियाँ आपको काफी पसंद आयी थी और अगर आपने इन मे से कोई कहानी नहीं पढ़ी है तो अभी आप जा के पढ़ सकते हो।
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